गंगा स्नान शायरी | Ganga Snan Shayari in Hindi

Ganga Snan Shayari Image in Hindi – इस आर्टिकल में गंगा स्नान शायरी दिए हुए हैं. इन्हें जरूर पढ़े.
आस्था में बड़ी ताकत होती है, तभी देश के कोने-कोने और विदेशों से लोग गंगा में नहाने के लिए आते है. हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से पापों का नाश हो जाता है और पूण्य भी मिलता है. धर्म आस्था और विश्वास पर ही चलती है.
अगर धार्मिक पहलू को छोड़ दिया जाएँ तो गंगा के किनारें एकांत में बैठने पर मन को बड़ा ही सुकून मिलता है. गंगा में स्नान करने से मन प्रसन्न और आत्मा संतुष्ट प्रतीत होता है. माँ गंगा के पानी में न जाने कौन सा चमत्कार है कि इसमें नहाने से मानसिक और शारीरिक थकान दूर हो जाता है.
Ganga Snan Shayari in Hindi

तन को साफ़ करें गंगा में नहाकर,
मन को साफ़ करे ईश्वर को बसाकर.
गंगा में नहा कर आया हूँ,
गंगा का पानी लाया हूँ,
फिर भी शन्ति नही मिली
क्योंकि मन को शुद्ध नही बनाया हूँ.
पहले मन को पवित्र बनायें,
फिर गंगा में डुबकी लगायें.
गंगा स्नान शायरी

प्रण लेते है गंगा को स्वच्छ बनायेंगे,
इसकी पूजा करेंगे और खूब नहायेंगे.
मुझे नही पता पाप खत्म हो जाते है
गंगा में नहाने से,
पर विचार सकारात्मक हो जाते है
किसी तीर्थ स्थल पर जाने से.
गंगा में खूब नहायें,
पर गंगा को गंदा न बनायें.
Ganga Snan Shayari

जब तन का रोम-रोम तनाव से भर जाएँ,
तब आप गंगा स्नान के लिए हरिद्वार जाएँ.
गंगा के पानी की बात बड़ी निराली है,
कर लो स्नान तो मिलती खुशहाली है.
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