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जिंदगी की हकीकत शायरी | Jindagi Ki Hakeekat Shayari

Jindagi Ki Hakeekat Shayari – वो इंसान अपने जीवन में सबसे ज्यादा दुखी रहता है जो दिखावे की जिंदगी को जीता हैं. इस पोस्ट में बेहतरीन जिंदगी की हकीकत शायरी, जिंदगी की सच्चाई शायरी आदि दिए हुए हैं. जरूर पढ़े.

जिंदगी की हकीकत शायरी

अब जिंदगी पहले जितना हसीन नहीं है,
सुकून से दो रोटी किसी को नसीब नहीं हैं.
सुकून की रोटी शायरी


क्यों नहीं आपको अपनी जिंदगी से प्यार है,
यहाँ तो हर किसी के जिंदगी में मुश्किलें हजार हैं.


जो महलों में पला वो क्या जाने काँटों का चुभन,
जो कभी भूखें पेट नहीं सोया वो क्या जाने पेट का जलन.


साथ छोड़ दो जिसमें ये बात न हो,
जो आदमी सच के साथ न हो.


सच्चाई झुपाते है लोग,
झूठ को ही बताते है लोग,
कोई गरीब न समझे ऐसा खुद को दिखाते हैं लोग,
इसलिए पूरा जीवन दुःख उठाते है लोग.
सच्चाई छुपाना शायरी


गाँव के लोगों में भी शहर नजर आता है,
गरीबों के दर्द को हर कोई बेचता नजर आता हैं.
दर्द बेचना शायरी

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