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युद्ध शायरी | Yudh Shayari in Hindi

Yudh Shayari in Hindi – इंसान दिनों-दिन तरक्की कर रहा है. हर समस्या का हल निकाल रहा है. अगर भविष्य में युद्ध हुआ तो यही तरक्की और टेक्नोलॉजी इंसान को मारेगी और मानवता फिर हारेगी. इस आर्टिकल में युद्ध पर शायरी दिए हुए है.

अगर पूरा इतिहास उठाकर देखा जाएँ तो युद्ध से किसी समस्या का हल नही निकला है. इससे जन और धन की हानि होती है. माँ की कोख सूनी हो जाती है. बच्चे अनाथ हो जाते है. बीबी विधवा हो जाती है. किसी का पूरा संसार लुट जाता है. आज के दौर में युद्ध तो नही हो रहा है लेकिन सीमा विवाद और आतंकवाद की वजह से कई वीर जवानों की जान जा चुकी है.

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Yudh Shayari in Hindi

सबको लड़ने पड़े अपने-अपने युद्ध,
चाहे राजा राम हो या गौतम बुद्ध.


बुद्ध होने से पहले खुद को शुद्ध करना पड़ता है,
स्वयं के विरूद्ध ही इंसान को युद्ध करना पड़ता है.


धरती माँ का कलेजा फट जाता है,
जब युद्ध में वीर जवान का सिर कट जाता है.


युद्ध शायरी

उसने ही पूरी दुनिया को अपने कदमों में झुकाया है,
जिसने जिन्दगी के युद्ध में खुद पर विजय पाया है.


द्वंद कहां तक पाला जाए, युद्ध कहां तक टाला जाए,
तू वंशज है राणा प्रताप का, मार जहां तक भाला जाए.


Yudh Shayari Hindi

युद्धों में कभी नहीं हारें,
हम डरते है छलचंदो से
हर बार पराजय पाई है,
अपने घर के जयचंदो से.


युद्ध की संभावनाओं में जी रहे लोग सुनले,
युद्ध भी है, बुद्ध भी है, जिसे चाहे उसे चुनले.


युद्ध पर शायरी

युद्ध में जीत धर्म की हो या अर्धम की हो,
मगर हार हमेशा मानवता की ही होती है.


वीरों के लिए युद्ध अंतिम विकल्प होता है,
कायरों के लिए युद्ध प्रथम विकल्प होता है.


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